क्या है मुस्लिम देशों का संगठन डी-8
१७ दिसम्बर २०२४डी-8, में बांग्लादेश, पाकिस्तान, तुर्की, मिस्र, इंडोनेशिया, ईरान, मलेशिया और नाइजीरिया शामिल हैं. इसकी स्थापना 1997 में दक्षिण पूर्व एशिया से अफ्रीका तक फैले देशों के बीच सहयोग को बेहतर बनाने के लिए की गई थी. इस साल मिस्र डी-8 संगठन के शिखर सम्मेलन की मेजबानी कर रहा है. शिखर सम्मेलन में ईरान के राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान भी हिस्सा ले रहे हैं. यह एक दशक से भी अधिक समय में किसी ईरानी राष्ट्रपति की मिस्र की पहली यात्रा होगी.
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करीब आते ईरान और मिस्र
मिस्र और ईरान के बीच संबंध हाल के दशकों में आम तौर पर तनावपूर्ण रहे हैं, लेकिन पिछले साल गाजा में युद्ध के बाद से दोनों देशों ने उच्च स्तरीय राजनयिक संपर्क बढ़ाए हैं, ऐसा इसलिए क्योंकि मिस्र ने संघर्ष में मध्यस्थता की भूमिका निभाने की कोशिश की है.
ईरान के विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने मिस्र के अधिकारियों के साथ क्षेत्रीय मुद्दों पर चर्चा करने के लिए अक्टूबर में मिस्र की यात्रा की, जबकि मिश्र में उनके समकक्ष बद्र अब्देलती जुलाई की शुरुआत में पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में भाग लेने के लिए तेहरान आए थे.
ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बघई ने एक बयान में कहा, "हम एक महत्वपूर्ण शिखर सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं, जो मिस्र में डी-8 के नाम से होने जा रहा है. विदेश मंत्री, मंत्रिस्तरीय सम्मेलन में भाग लेंगे और फिर राष्ट्रपति की भागीदारी के साथ शिखर सम्मेलन आयोजित किया जाएगा." बघई ने बताया कि ईरान शिखर सम्मेलन के इतर भाग लेने वाले देशों के साथ क्षेत्रीय और द्विपक्षीय मामलों पर चर्चा करेगा.
रिपोर्टों के मुताबिक इस शिखर सम्मेलन में फिलिस्तीन से लेकर लेबनान तक का मुद्दा उठाया जा सकता है. साथ ही हाल ही सीरिया में बशर अल-असद के सरकार के तख्ता पलट के बाद वहां पैदा हुई स्थितियों पर भी चर्चा हो सकती है.
क्या है डी-8 देशों का एजेंडा
डी-8 संगठन सदस्य देशों के बीच ग्रामीण विकास, वित्तीय, बैंकिंग और विज्ञान और तकनीक जैसे विषयों पर सहयोग किया जाता है. इस समूह के पहले शिखर सम्मेलन का आयोजन 1997 में तुर्की में हुआ था. हालांकि यह मुस्लिम देशों का संगठन है लेकिन इसमें बड़े अरब मूल के देश जैसे सऊदी अरब, कुवैत और कतर जैसे देश शामिल नहीं है.
बांग्लादेश, पाकिस्तान, तुर्की, मिस्र, इंडोनेशिया, ईरान, मलेशिया और नाइजीरिया जैसे देशों के शामिल होने यह एक बड़ा गुट बन जाता है, इन देशों की कुल आबादी करीब सवा अरब है.
पहले शिखर सम्मेलन घोषणा पत्र (इस्तांबुल, 1997) के मुताबिक, आर्थिक सहयोग के लिए डी-8 संगठन का मुख्य उद्देश्य सामाजिक और आर्थिक विकास है. इसके अलावा शांति, संवाद, सहयोग, समानता और लोकतंत्र भी इसके एजेंडे में शामिल हैं. अगले साल डी-8 की अध्यक्षता इंडोनेशिया करेगा.
एए/एनआर (रॉयटर्स)