भारतीय मूल की हैं रिपब्लिकन उम्मीदवार जेडी वैंस की पत्नी
१६ जुलाई २०२४सोमवार को मिल्वौकी में रिपब्लिकन पार्टी के राष्ट्रीय अधिवेशन में दाएं कान पर पट्टी बंधवाए ट्रंप जब मंच पर आए, तो उनके साथ ओहायो से उनकी पार्टी के सीनेटर जेडी वैंस मौजूद थे. बाद में ट्रंप ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर लिखा, "मैंने फैसला किया है कि अमेरिका के उप-राष्ट्रपति पद के लिए जो व्यक्ति सबसे ज्यादा योग्य है वो है महान राज्य ओहायो के सीनेटर जेडी वैंस."
39 साल के वैंस बतौर सीनेटर अपने पहले कार्यकाल में हैं. ओहायो के मिडलटाउन में पैदा हुए और पले-बढ़े वैंस ने अमेरिकी सेना में बतौर मरीन सेवा की है और इराक में काम किया है. बाद में उन्होंने ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी और येल लॉ स्कूल से डिग्रियां हासिल कीं. वो सिलिकॉन वैली में वेंचर कैपिटलिस्ट भी रहे हैं.
2016 में उन्होंने "हिलबिली एलेजी" नाम की एक किताब लिखी जो खूब बिकी और वो मशहूर हो गए. किताब एक तरह से उनकी आत्मकथा थी, जिसमें उन्होंने अपने परिवार और अपने शहर मिडलटाउन के बारे में लिखा है. यह किताब ठीक उसी समय छपी थी जब ट्रंप पहली बार राष्ट्रपति पद का चुनाव लड़ रहे थे.
कैसे मशहूर हुए वैंस
किताब की वजह से वैंस की ख्याति एक ऐसे व्यक्ति की बन गई जो विशेष रूप से श्रमजीवी वर्ग और ग्रामीण श्वेत वोटरों के बीच ट्रंप की लोकप्रियता के बारे में लोगों को समझा सके. बाद में इन्हीं मतदाताओं ने ट्रंप को जिताया. इस किताब ने वैंस की ट्रंप परिवार से भी पहचान कराई.
ट्रंप के बेटे डॉनल्ड ट्रंप जूनियर को किताब बहुत पसंद आई, दोनों की दोस्ती हुई और दोनों आज भी दोस्त हैं. 2016 में ट्रंप की जीत के बाद वैंस ओहायो लौट गए और एक अफीम-विरोधी चैरिटी संस्था का गठन किया. वो भाषण भी देने लगे और पार्टी की बैठकों में लोग उन्हें बुलाने लगे.
वैंस की मां भी ड्रग्स की लत का शिकार थीं और इस वजह से उनकी अपनी कहानी लोगों को छूती थी. 2021 में तत्कालीन रिपब्लिकन सीनेटर रॉब पोर्टमैन के रिटायर होने के बाद वैंस ने उस सीट के लिए लड़ना चाहा. ट्रंप ने उन्हें अपना समर्थन दिया, जिसके बाद उन्होंने पहली रिपब्लिकन प्राइमरी और फिर चुनाव जीता.
भारतीय मूल की हैं पत्नी
बीते सालों में उनके और ट्रंप के घनिष्ठ संबंध बने हैं. ट्रंप ने एक बार वैंस की दाढ़ी की तारीफ करते हुए कहा था कि वो "युवा अब्राहम लिंकन की तरह लगते हैं." हालांकि वैंस 2016 से पहले ट्रंप के आलोचक थे और "नेवर ट्रंप" का नारा देने वाले रिपब्लिकनों के गुट का हिस्सा थे. उन्होंने ट्रंप को "खतरनाक" और पद के लिए "अयोग्य" भी बताया था.
भारतीय मूल की वकील उषा चिलुकुरी वैंस उनकी पत्नी हैं. दोनों के तीन बच्चे हैं. उषा सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश की लॉ क्लर्क रह चुकी हैं. उन्होंने येल से अपनी स्नातक डिग्री और कानून की डिग्री हासिल की. येल में ही इन दोनों लोगों की मुलाकात हुई थी.
उषा वैंस ने भी ट्रंप के नस्ली भाषणों की आलोचना की थी और कहा था कि वो "अमेरिका के हिटलर" हो सकते हैं. लेकिन 2021 में जब वैंस की ट्रंप से मुलाकात हुई तब तक वो अपनी राय बदल चुके थे और सीनेट में चुने जाने के बाद वो ट्रंप के पक्के सहयोगी बन गए.
सीके/आरपी (एपी, एएफपी)