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समाज

एमेजॉन के "बिलियन डॉलर" निवेश से भारत में विरोध क्यों

श्रेया बहुगुणा
१६ जनवरी २०२०

एमेजॉन के मालिक जेफ बेजोफ तीन दिनों की भारत यात्रा पर हैं. जेफ बेजोस "संभव" कार्यक्रम में शिरकत कर रहे हैं. इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति से लेकर फ्यूचर ग्रुप से किशोर बयानी तक ने जिस कार्यक्रम में शिरकत की.

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तस्वीर: picture-alliance/NurPhoto/P. Hennessy

ई-कॉमर्स कंपनी एमेजॉन के मालिक जेफ बेजोस ने भारत में एक बिलियन डॉलर के निवेश का एलान किया है. अपने तीन दिनों के दौरे पर बेजोस ने भारत से 10 बिलियन डॉलर का सामान 2025 तक निर्यात करने की भी घोषणा की है. एक ओर जहां भारत सरकार अर्थव्यवस्था में सुधार के लिए ऐसे बड़े विदेशी निवेश का स्वागत कर रही है. तो वहीं भारत के कुछ व्यापारी संघों को यह घोषणा ज्यादा पसंद नहीं आई है. एमेजॉन के मालिक जेफ बेजोफ के खिलाफ कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स, कैट ने 15 जनवरी को देश के 300 शहरों में बंद का एलान किया. जिसमें करीब पांच लाख व्यापारियों ने हिस्सा लिया. कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने एमेजॉन का भारत में निवेश देश विरोधी और देश के मध्यमवर्गीय व्यापारियों के लिए घातक बताया.

एमेजॉन के कार्यक्रम में बेजोस ने कहा, "हम लोग भारत में निवेश करने के लिए उत्साहित हैं. निवेश का एलान इस वक्त इसलिए कर रहे हैं क्योंकि हमारा ई कॉमर्स का विचार यहां सही काम कर रहा है." अमेजन के साथ इस वक्त पांच लाख विक्रेता काम कर रहे हैं. करीब 60 हजार निर्माता जुड़े हुए हैं जो दुनियाभर में अपने सामान बेच रहे हैं. अमेजन इंडिया की शुरूआत भारत में 2013 में हुई. व्यापारी संघ इसका विरोध 2015 से करता आ रहा है.

अमेजन और फ्लिपकार्ट की जांच कर रही है सीसीआई

इसी बीच भारत की एंटीट्रस्ट बॉडी भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग यानी सीसीआई ने बिक्री मूल्य में भारी छूट और प्रतियोगिता कानून का उलंघन करने के आरोप में अमेजन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ जांच के आदेश दिए हैं. साथ ही सिर्फ पसंदीदा विक्रेताओं के साथ गठजोड़ का आरोप भी इन ई कॉमर्स कंपनियों पर लगते रहे हैं. दिल्ली व्यापार महासंघ की शिकायत के बाद यह ही यह कदम उठाया गया है.

तस्वीर: Reuters/J. Roberts

क्यों हो रहा है विरोध

डीडब्ल्यू हिंदी से बात करते हुए कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने बताया, "जेफ बेजोस भारत में एक बिलियन डॉलर का निवेश नहीं कर रहे हैं बल्कि यह प्रमोशनल वित्त है जो भारत के रिटेल व्यापार को तहस नहस कर देगा." खंडेलवाल का कहना है कि इसके कारण एमेजॉन इंडिया जमकर अब लागत से भी कम मूल्य पर माल बेचेगी और ज्यादा भारी डिस्काउंट देगी, जो भारत की एफडीआई पॉलिसी का उल्लंघन है.

एमेजॉन प्रमुख जेफ बेजोस के भारत में लोगों को नौकरी देने वाली बात पर खंडेलवाल कहते हैं, "घोषणा बरगलाने वाली है. एमेजॉन से पहले से ही 5 लाख से ज्यादा रिटेलर जुड़े हैं. कंपनी ने उनका व्यापार बढ़ाने के लिए क्या कदम उठाए हैं." प्रवीन खंडेलवाल का एमेजॉन से सवाल है कि क्या अमेजन के शीर्ष विक्रेताओं में से एक भी छोटा रिटेलर बड़ा बन पाया. वो एमेजॉन की घोषणाओं को छलावा मानते हैं. वह मानते हैं कि पिछले तमाम आरोपों के बाद सरकार की निगाह में एमेजॉन अपनी छवि सुधारने की कोशिश रहा है.

खंडेलवाल इसे करोड़ों व्यापारियों के अस्तित्व की लड़ाई मानते हैं. उनके मुताबिक सीसीआई का एमेजॉन और फ्लिपकार्ट के खिलाफ जांच के आदेश दिखाता है कि किस तरह से ये कंपनियां झूठ बोल रही हैं. वह कहते हैं, "इस देश की अर्थव्यवस्था को आजादी के बाद से देश के व्यापारी ही चला रहे हैं. भविष्य में भी हम ही चलाएंगे." वो मानते हैं कि कोई भी विदेशी कंपनी अगर देश के ई-कॉमर्स या रिटेल व्यापार पर अपने अनैतिक तरीकों से कब्जा करने का सपना देखती है तो उसे भ्रम से बाहर निकल आना चाहिए.

इंफोसिस के संस्थापक नारायण मूर्ति दिल्ली में आयोजित एमेजॉन के "संभव" कार्यक्रम में शरीक हुए. फ्यूचर ग्रुप के संस्थापक किशोर बियानी ने अमेजन के साथ हिस्सेदारी की है. फ्यूचर ग्रुप ने हाल ही में अमेजन के साथ 49 प्रतिशत हिस्सेदारी की घोषणा की है. किशोरी बियानी ने एमेजॉन निवेश अर्थव्यवस्था के लिए सेहतमंद बताया है. तो वहीं कैट जैसे संगठन इस पर अफसोस जताते हुए नारायणमूर्ति और किशोर बियानी जैसे लोगों के एमेजॉन जैसी कंपनी का समर्थन कर देश के छोटे व्यापारियों को तबाह करने का आरोप लगाते हैं. जेफ बेजोस ने अपने भारत दौरे में कहा, "मेरी भविष्यवाणी है कि 21वीं सदी भारत की सदी होगी. यह 21वीं सदी का सबसे महत्वपूर्ण गठबंधन होने जा रहा है. जिससे दुनिया के दो महत्वपूर्ण लोकतांत्रिक देश भारत और अमेरिका के बीच संबंध और मजबूत होंगे."

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