कोरोना वायरस से दुनिया भर के देश जूझ रहे हैं. विश्व बैंक ने कहा है कि इस संकट से दक्षिण एशिया के आठ देशों की वृद्धि दर सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकती है.
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भारत और अन्य दक्षिण एशियाई देशों में 40 साल में सबसे खराब आर्थिक वृद्धि दर रिकॉर्ड की जा सकती है. विश्व बैंक ने कोरोना वायरस संकट के बीच रविवार को एक रिपोर्ट जारी की है. विश्व बैंक ने रविवार को "दक्षिण एशिया की अर्थव्यवस्था पर ताजा अनुमान: कोविड-19 का प्रभाव" रिपोर्ट पेश करते हुए कहा कि भारत समेत दक्षिण एशियाई देशों में 40 सालों में सबसे खराब आर्थिक विकास दर दर्ज की जा सकती है. दक्षिण एशिया के क्षेत्र जिनमें आठ देश शामिल हैं, विश्व बैंक का अनुमान है कि उनकी अर्थव्यवस्था 1.8 फीसदी से लेकर 2.8 फीसदी की दर से बढ़ेगी. छह महीने पहले विश्व बैंक ने 6.3% वृद्धि दर का अनुमान लगाया था.
दक्षिण एशिया में सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत के बारे में विश्व बैंक का अनुमान है कि चालू वित्त वर्ष में वहां वृद्धि दर 1.5 फीसदी से लेकर 2.8 फीसदी तक रहेगी. हालांकि विश्व बैंक ने 31 मार्च 2020 को खत्म हुए वित्त वर्ष 2019-2020 में 4.8 से 5 फीसदी की आर्थिक वृद्धि रहने का अनुमान जताया है. विश्व बैंक की रिपोर्ट में कहा गया, "2019 के आखिर में जो हरे निशान के संकेत दिख रहे थे उसे वैश्विक संकट के नकारात्मक प्रभावों ने निगल लिया है."
भारत के अलावा विश्व बैंक ने अनुमान में जताया है कि श्रीलंका, नेपाल, भूटान और बांग्लादेश की आर्थिक विकास में तेज गिरावट दर्ज होगी. तीन अन्य देश-पाकिस्तान, अफगानिस्तान और मालदीव में मंदी आने का अनुमान है. विश्व बैंक ने 7 अप्रैल तक सभी देशों के डाटा पर यह रिपोर्ट तैयार की है.
कोरोना वायरस के फैलाव को रोकने के उपायों के कारण पूरे दक्षिण एशिया में सप्लाई चैन प्रभावित हुई है. दक्षिण एशिया में 13,000 के करीब मामले सामने आए हैं, जो दुनिया के अन्य भागों के मुकाबले कम हैं. भारत में तालाबंदी के कारण 1.3 अरब लोग घरों में बंद हैं, लाखों लोग बिना काम के हैं. तालाबंदी ने बड़े और छोटे कारोबार को प्रभावित किया है. लाखों प्रवासी मजदूर शहरों से अपने गांवों को लौट चुके हैं.
रिपोर्ट में आगाह किया गया है कि यह राष्ट्रीय तालाबंदी आगे बढ़ती है तो पूरा क्षेत्र आर्थिक दबाव महसूस करेगा. अल्पकालिक आर्थिक मुश्किलों को कम करने के लिए विश्व बैंक ने क्षेत्र के देशों से बेरोजगार प्रवासी श्रमिकों का समर्थन करने के लिए वित्तीय सहायता देने और व्यापारियों और व्यक्तियों को ऋण राहत देने को कहा है. भारत ने 23 अरब डॉलर का आर्थिक प्लान पेश किया है. तालाबंदी की वजह से प्रभावित लाखों लोगों के बैंक खाते में सीधे पैसे भेजे जा रहे हैं. वहीं पड़ोसी देश पाकिस्तान में सरकार ने छह अरब डॉलर की घोषणा अर्थव्यवस्था को सहायता देने के लिए की है.
विश्व बैंक के वरिष्ठ अधिकारी हार्टविग शॉफर ने कहा, "दक्षिण एशियाई सरकारों की प्राथमिकता वायरस के फैलाव को रोकने की और जनता को बचाने की है, खासतौर पर ऐसे गरीबों पर ध्यान देने की जरूरत है जिनके सामने स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति पर इस महामारी का असर पड़ने वाला है."
एए/एके (रॉयटर्स)
ये हैं भारत के 10 सबसे अमीर राज्य
भारत में हर मामले में विविधता देखने को मिलती है. कोई राज्य अमीर है तो कोई गरीब. कहीं सबसे ज्यादा लोग कृषि पर निर्भर हैं तो कहीं उद्योग पर. एक नजर देश के प्रमुख अमीर राज्यों और वहां की अर्थव्यवस्था पर.
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महाराष्ट्र
महाराष्ट्र भारत का सबसे अमीर राज्य है. राज्य की राजधानी मुंबई को देश की आर्थिक राजधानी भी कहा जाता है. महाराष्ट्र का कुल जीडीपी 27.96 लाख करोड़ का है. यह देश का तीसरा सबसे ज्यादा शहरी आबादी वाला राज्य है जहां कि 45 प्रतिशत आबादी शहरों में निवास करती है.
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तमिलनाडु
तमिलनाडु भारत का दूसरा सबसे धनी राज्य है. यहां की कुल जीडीपी 17.25 लाख करोड़ की है. राज्य की 50 प्रतिशत से अधिक आबादी शहरों में निवास करती है. यह पूरे देश की शहरी आबादी का 9.6 प्रतिशत है. राज्य की जीडीपी में 45 प्रतिशत सर्विस सेक्टर, 34 प्रतिशत मैन्यूफैक्चरिंग सेक्टर और 21 प्रतिशत कृषि का योगदान है.
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कर्नाटक
कर्नाटक भारत का तीसरा सबसे धनी राज्य है. यहां की कुल जीडीपी 15.88 लाख करोड़ की है. पिछले एक दशक में देश के अन्य राज्यों के मुकाबले यहां की जीडीपी सबसे तेज गति से बढ़ी है. भारत इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड, हिंदुस्तान मशीन टूल्स, इंडियन टेलिफोन इंडस्ट्री जैसी कई प्रसिद्ध कंपनियों के मुख्यालय इसी राज्य में हैं.
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उत्तर प्रदेश
उत्तर प्रदेश भारत का चौथा सबसे अमीर राज्य है. राज्य की कुल जीडीपी 15.80 लाख करोड़ है. 2017-18 के राज्य के बजट के अनुसार उत्तर प्रदेश का सकल राज्य घरेलू उत्पाद 16.89 लाख करोड़ का है. उत्तर प्रदेश के कई शहर जैसे नोएडा, गाजियाबाद तेजी से विकसित हुए हैं. कई कंपनियों ने यहां अपनी शाखा खोली है. हथकरघा, हस्तशिल्प और कृषि राज्य के लोगों की आय का एक बहुत महत्वपूर्ण साधन है.
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गुजरात
गुजरात की जीडीपी 14.96 लाख करोड़ की है. भारत के इस पश्चिमी राज्य की आय का मुख्य स्रोत कृषि और उद्योग है. दुनिया का सबसे बड़ा जहाज ब्रेकिंग यार्ड गुजरात के अलंग में भावनगर के पास है. रिलायंस पेट्रेलियम की रिफाइनरी भी गुजरात के जामनगर में स्थित है. गुजरात तंबाकू, सूती कपड़े और बादाम का प्रमुख उत्पादक राज्य है. भारत में बनी कुल दवाई में से एक तिहाई गुजरात में बनती है.
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पश्चिम बंगाल
पश्चिम बंगाल की कुल जीडीपी 13.14 लाख करोड़ की है. राज्य की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि और मध्यम दर्जे के उद्योग पर आधारित है. हालांकि सर्विस सेक्टर और भारी उद्योग भी राज्य की अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में अहम योगदान निभाते हैं. दुर्गापुर के अलावा भी राज्य में कई स्टील प्लांट हैं. कोलकाता के बंदरगाह में दुनिया भर से मालवाहक जहाज आते हैं.
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आंध्र प्रदेश
आंध्र प्रदेश की कुल जीडीपी 10.49 लाख करोड़ की है. यहां की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि पर आधारित है. प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 62 प्रतिशत आबादी कृषि से जुड़ी हुई है. वर्ल्ड बैंक ने इस राज्य को व्यवसाय शुरू करने के लिहाज से भारत का सबसे अच्छा राज्य बताया है. यह राज्य भारत में 70 प्रतिशत झींगा मछली का उत्पादन करता है.
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तेलंगाना
तेलंगाना की जीडीपी 10.49 लाख करोड़ की है. दो प्रमुख नदियां कृष्णा और गोदावरी की वजह से यहां के बड़े हिस्से में सिंचाई की बेहतर सुविधा है. राज्य में अब सूचना प्रौद्योगिकी और बायोटेक्नोलॉजी पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है. तेलंगाना भारत के शीर्ष आईटी एक्सपोर्टर राज्यों में से एक है. राज्य में 68 स्पेशल इकोनॉमिक जोन हैं. तेलंगाना में खनिज पदार्थों के मामले में भी धनी राज्य है.
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राजस्थान
राजस्थान की कुल जीडीपी 9.29 लाख करोड़ की है. यह एक खनिज संपन्न राज्य है. यहां की अर्थव्यवस्था कृषि, खनन और पर्यटन पर आधारित है. राज्य में सोना, चांदी, बलुआ पत्थर, चूना पत्थर, संगमरमर, रॉक फॉस्फेट, तांबा और लिग्नाइट के खादान हैं. यह भारत का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक राज्य है. राजस्थान अपनी ऐतिहासिक विरासतों की वजह से पर्यटकों के आकर्षण का एक प्रमुख केंद्र है.
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केरल
केरल की कुल जीडीपी 8.76 लाख करोड़ की है. राज्य की अर्थव्यवस्था में मुख्य योगदान सर्विस सेक्टर का है. कई प्रमुख निगमों और विनिर्माण संयंत्रों का मुख्यालय केरल में है, विशेष रूप से त्रिवेंद्रम, कोच्चि, कोझीकोड में. केरल देश में प्राकृतिक रबर का 85 प्रतिशत और काली मिर्च का 97 प्रतिशत उत्पादन करता है. राज्य की जीडीपी में पर्यटन का योगदान लगभग 10 फीसदी है.