अगले कुछ दशकों में दुनिया की जनसंख्या में 2 अरब से ज्यादा लोग जुड़ सकते हैं. इस तरह 2080 के दशक में लगभग दुनिया की आबादी 10.3 अरब के आसपास पहुंच जाएगी, जो इसका चरम हो सकता है.
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विश्व जनसंख्या दिवस पर जारी की गई संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट कहती है कि 2080 के बाद दुनिया की आबादी घटनी शुरू हो सकती है और तब सदी के अंत तक घटकर लगभग 10.2 अरब हो जाएगी.
‘विश्व जनसंख्या संभावनाएं 2024‘ शीर्षक से जारी रिपोर्ट के अनुसार, पहले के अनुमानों के मुकाबले जनसंख्या के जल्दी चरम पर पहुंचने के कई कारण हैं. इनमें से एक प्रमुख कारण दुनिया के कुछ सबसे बड़े देशों में प्रजनन दर का कम होना है, खासकर चीन में, जिसकी जनसंख्या 2024 में 1.4 अरब से घटकर 2100 में 63.3 करोड़ हो जाने की संभावना है.
वैश्विक रूप से, महिलाएं 1990 की तुलना में औसतन एक बच्चा कम पैदा कर रही हैं और सभी देशों और क्षेत्रों में से आधे से अधिक में, प्रति महिला औसत जन्म 2.1 से कम है. यह वह स्तर है जो किसी देश की जनसंख्या को बिना प्रवास के अपना आकार बनाए रखने के लिए जरूरी होता है.
भारत का कौन सा राज्य किस देश के बराबर है?
भारत दुनिया के सबसे विशाल देशों में से एक है. चलिए जानते हैं कि भारत का कौन सा राज्य क्षेत्रफल के हिसाब से दुनिया के किस देश के बराबर है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/J. Nv
आंध्र प्रदेश और ट्यूनीशिया
भारत के दक्षिणी राज्य आंध्र प्रदेश का क्षेत्रफल 1.63 लाख वर्ग किलोमीटर है. यह उत्तर अफ्रीकी देश ट्यूनीशिया के बराबर है.
तस्वीर: UNI
उत्तर प्रदेश और ब्रिटेन
उत्तर प्रदेश आबादी के लिहाज से भारत का सबसे बड़ा राज्य है जबकि 240,928 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल के साथ आकार के लिहाज से वह चौथा सबसे बड़ा राज्य है. यूपी का क्षेत्रफल ब्रिटेन के बराबर है जो 242,495 वर्ग किलोमीटर में फैला है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/C. Khana
अरुणाचल प्रदेश और ऑस्ट्रिया
पूर्वोत्तर भारत का अरुणाचल प्रदेश और यूरोपीय देश ऑस्ट्रिया क्षेत्रफल से हिसाब से लगभग बराबर हैं. अरुणाचल प्रदेश जहां 83 हजार वर्ग किलोमीटर में फैला है, वहीं ऑस्ट्रिया का क्षेत्रफल 83,879 वर्ग किलोमीटर है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/dinodia
असम और चेक गणराज्य
असम पूर्वोत्तर भारत में सबसे घनी आबादी वाला राज्य है जबकि उसका क्षेत्रफल 78,438 वर्ग किलोमीटर है. क्षेत्रफल में यह 78,866 वर्ग किलोमीटर में फैले यूरोपीय देश चेक गणराज्य के बराबर है.
तस्वीर: picture alliance/dpa/Blickwinkel
बिहार और हंगरी
बिहार के आकार वाले देश की अगर बात की जाए तो यूरोपीय देश हंगरी का नाम उभर कर सामने आता है. बिहार का क्षेत्रफल 94,163 वर्ग किलोमीटर है जबकि हंगरी 93,030 वर्ग किलोमीटर में फैला है.
तस्वीर: picture-alliance/Dinodia Photo Library
छत्तीसगढ़ और ग्रीस
1 नवंबर 2000 को अस्तित्व में आया छत्तीसगढ़ राज्य आकार में यूरोपीय देश ग्रीस के बराबर है. छत्तीसगढ़ का क्षेत्रफल 135,198.5 वर्ग किलोमीटर है तो ग्रीस का 131,957 वर्ग किलोमीटर.
तस्वीर: Getty Images/AFP/N. Seelam
गोवा और फ्रेंच पोलिनेशिया
दुनिया भर के पर्यटकों को अपनी तरफ खीचने वाले गोवा का क्षेत्रफल 3,702 वर्ग किलोमीटर है. क्षेत्रफल के हिसाब से यह दक्षिणी प्रशांत महासागर में स्थित फ्रेंच पोलिनेशिया के बराबर है.
तस्वीर: picture-alliance / KPA/Hackenberg
गुजरात और सेनेगल
गुजरात और पश्चिमी अफ्रीकी देश सेनेगल आकार में लगभग एक दूसरे के बराबर हैं. गुजरात का क्षेत्रफल 196,024 वर्ग किलोमीटर है जबकि सेनेगल का 196,712 वर्ग किलोमीटर.
तस्वीर: picture alliance/Dinodia Photo Library
हरियाणा और डेनमार्क
हरियाणा के आकार वाले देश को तलाशा जाये तो डेनमार्क का नाम उभरता है. हरियाणा का क्षेत्रफल 44,212 वर्ग किलोमीटर है तो डेनमार्क का क्षेत्रफल 42,931 वर्ग किलोमीटर है.
तस्वीर: Aletta Andre
हिमाचल प्रदेश और क्रोएशिया
अपने सेबों के लिए पूरे भारत में मशहूर हिमाचल प्रदेश क्षेत्रफल में यूरोपीय देश क्रोएशिया के बराबर है. हिमाचल प्रदेश 55,673 वर्ग किलोमीटर में फैला है, तो क्रोएशिया 56,594 में.
तस्वीर: DW/A. Chatterjee
जम्मू कश्मीर और गुयाना
भारत के जम्मू और कश्मीर प्रांत का क्षेत्रफल 222,236 वर्ग किलोमीटर है. क्षेत्रफल के हिसाब से वह गुयाना से थोड़ा सा ज्यादा है जो 214,970 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है.
तस्वीर: picture-alliance/Arcaid
झारखंड और हंगरी
बिहार के विभाजन से 15 नवंबर 2000 को अस्तित्व में आये झारखंड का क्षेत्रफल 79,714 वर्ग किलोमीटर है. प्राकृतिक खनिजों से मालामाल यह राज्य क्षेत्रफल में हंगरी के लगभग बराबर है.
तस्वीर: Ravi Mishra/Global Witness
कर्नाटक और सेनेगल
दक्षिणी राज्य कर्नाटक 191,791 वर्ग किलोमीटर में फैला है और यह क्षेत्रफल में अफ्रीकी देश सेनेगल के बराबर है जिसका क्षेत्रफल 196,712 वर्ग किलोमीटर है.
तस्वीर: UNI
केरल और भूटान
भारत के दक्षिणी हिस्से में स्थित बेहद खूबसूरत राज्य केरल का क्षेत्रफल 38,863 वर्ग किलोमीटर है. आकार में भूटान उसके बराबर कहा जा सकता है जिसका क्षेत्रफल 38,394 वर्ग किलोमीटर है.
तस्वीर: Fotolia/Marina Ignatova
मध्य प्रदेश और ओमान
भारत के सबसे बड़े राज्यों में से एक मध्य प्रदेश का क्षेत्रफल 308,245 वर्ग किलोमीटर है. आकार में यह अरब देश ओमान के बराबर है जिसका क्षेत्रफल 309,500 वर्ग किलोमीटर है.
तस्वीर: picture alliance/blickwinkel/M. Hicken
महाराष्ट्र और ओमान
महाराष्ट्र 307,713 वर्ग किलोमीटर के क्षेत्रफल के साथ भारत का तीसरा सबसे बड़ा राज्य है. इसके बराबर आकार वाला देश भी ओमान ही कहा जा सकता है.
तस्वीर: Imago/Arnulf Hettrich
मणिपुर और बेलिजे
पूर्वोत्तर भारत के राज्य मणिपुर का क्षेत्रफल 22,327 वर्ग किलोमीटर है. यह आकार के हिसाब से मध्य अमेरिकी देश बेलिज के बराबर है जो 22,966 वर्ग किलोमीटर में फैला है.
तस्वीर: Bijoyeta Das
मेघालय और जिबूती
मेघायल और अफ्रीकी देश जिबूती आकार में लगभग बराबर हैं. मेघायल का क्षेत्रफल जहां 22,429 वर्ग किलोमीटर है, वहीं जिबूती का क्षेत्रफल 23,200 वर्ग किलोमीटर है.
तस्वीर: CC BY spo0nman -NC 2.0
मिजोरम और अल सल्वाडोर
कहां मिजोरम और कहां मध्य अमेरिकी देश अल सल्वाडोर. लेकिन दोनों के क्षेत्रफल में समानता है. मिजोरम का क्षेत्रफल 21,081 वर्ग किलोमीटर है तो अल सल्वाडोर का क्षेत्रफल 21,041 वर्ग किलोमीटर है.
तस्वीर: Bijoyeta Das
नगालैंड और स्वाजीलैंड
म्यांमार की सीमा से सटे भारत के पूर्वोत्तर राज्य नगालैंड का क्षेत्रफल 16,579 वर्ग किलोमीटर है. लगभग इतने ही क्षेत्रफल वाला देश है अफ्रीका में स्वाजीलैंड. उसका क्षेत्रफल 17,364 वर्ग किलोमीटर है.
तस्वीर: Getty Images/AFP/C. Mao
ओडिशा और बांग्लादेश
भारत का पूर्वी राज्य ओडिशा 155,707 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है. भारत का पड़ोसी देश बांग्लादेश क्षेत्रफल में लगभग इतना ही है. उसका क्षेत्रफल 147,610 वर्ग किलोमीटर है.
तस्वीर: UNI
पंजाब और कोस्टा रिका
अपनी बिंदास संस्कृति के लिए मशहूर पंजाब का क्षेत्रफल 51,000 वर्ग किलोमीटर है. वहीं मध्य अमेरिकी देश कोस्टा रिका भी 50,362 वर्ग किलोमीटर में फैला है.
तस्वीर: picture alliance/AP Photo
राजस्थान और डीआर कांगो
आकार के हिसाब से राजस्थान भारत का सबसे बड़ा राज्य है जिसका क्षेत्रफल 342,239 वर्ग किलोमीटर है. यह राज्य अफ्रीकी देश डेमोक्रैटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो के बराबर है जो 342,000 वर्ग किलोमीटर पर फैला है.
तस्वीर: picture-alliance/dpa/Bhatnagar
सिक्किम और फ्रेंच सदर्न एंड अंटार्कटिक
सेवन सिस्टर्स के नाम से मशहूर भारत के पूर्वोत्तर राज्यों में से एक सिक्किम 7,096 वर्ग किलोमीटर में फैला है. क्षेत्रफल में यह फ्रेंच सदर्न एंड अंटार्कटिक के बराबर है. इसका क्षेत्रफल 7,747 वर्ग किलोमीटर है.
तस्वीर: Subhash Purohit
तमिलनाडु और निकारागुआ
तमिलनाडु का क्षेत्रफल 130,058 वर्ग किलोमीटर है. इसके बराबर आकार वाला देश हमें मध्य अमेरिका में निकारागुआ नजर आता है. उसका क्षेत्रफल है 130,375 वर्ग किलोमीटर.
तस्वीर: Imago/Westend61
तेलंगाना और होंडुरास
तेलंगाना भारत का सबसे नया नवेला राज्य है जिसका गठन जून 2014 में हुआ. 112,077 वर्ग किलोमीटर वाला यह राज्य क्षेत्रफल में मध्य अमेरिकी देश होंडुरास के बराबर हैं. उसका क्षेत्रफल 112,492 वर्ग किलोमीटर है.
त्रिपुरा 10,486 वर्ग किलोमीटर में फैला है. अरब दुनिया का एक छोटा सा देश लेबनान आकार में इसके बराबर है, जिसका क्षेत्रफल 10,452 वर्ग किलोमीटर है.
तस्वीर: Sanchay Chakma
उत्तराखंड और बोस्निया हर्जेगोवेनिया
उत्तराखंड 9 नवंबर 2000 को बना. इस राज्य का क्षेत्रफल 53,483 वर्ग किलोमीटर है. क्षेत्रफल के हिसाब से यह लगभग बोस्निया हर्जेगोवेनिया के बराबर है जो 51,197 वर्ग किलोमीटर में फैला है.
तस्वीर: picture alliance / M. Swarup
पश्चिम बंगाल और सर्बिया
पश्चिम बंगाल और दक्षिण पूर्वी यूरोप का देश सर्बिया आकार में लगभग बराबर हैं. पश्चिम बंगाल का क्षेत्रफल 88,752 वर्ग किलोमीटर है जबकि सर्बिया का 88,361 वर्ग किलोमीटर.
तस्वीर: DW/ P. Tiwari
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संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या डिवीजन की यह रिपोर्ट कहती है कि चीन, इटली, दक्षिण कोरिया और स्पेन समेत दुनिया के लगभग 20 प्रतिशत देशों में प्रजनन दर अत्यधिक कम है. यानी इन देशों में प्रति महिला 1.4 से कम बच्चे पैदा कर रही हैं.
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पर्यावरण को फायदा
संयुक्त राष्ट्र के आर्थिक और सामाजिक मामलों के अवर महासचिव ली जुनहुआ ने कहा, "(अनुमान से) पहले और निचले चरम पर पहुंचना एक आशाजनक संकेत है. इसका मतलब है कि मानव प्रभावों के कारण कम कुल खपत से पर्यावरण पर कम दबाव पड़ेगा."
ली ने जोर दिया कि धीमी जनसंख्या वृद्धि के बावजूद लोगों को अभी भी पर्यावरण को सुरक्षित रखने के लिए अपनी गतिविधियों के प्रभाव को कम करना होगा. रिपोर्ट के अनुसार, 2024 में 63 देशों और क्षेत्रों में जनसंख्या पहले ही चरम पर पहुंच चुकी है, जिनमें चीन, जर्मनी, जापान और रूस शामिल हैं. इस समूह में, कुल जनसंख्या अगले 30 वर्षों में 14 फीसदी घटने की संभावना है.
अन्य 48 देशों और क्षेत्रों में, जिनमें ब्राजील, ईरान, तुर्की और वियतनाम शामिल हैं, जनसंख्या 2025 और 2054 के बीच चरम पर पहुंचने की संभावना है.
सबसे बूढ़े देश
संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि 2050 में डेढ़ अरब से ज्यादा लोग 65 साल से अधिक की उम्र के हो जाएंगे. देखिए, इस वक्त बूढ़ी होती आबादी में सबसे ऊपर कौन से देश हैं.
तस्वीर: Kim Kyung-Hoon/REUTERS
सबसे बूढ़ा जापान
जापान में 30.2 फीसदी आबादी 65 साल से अधिक के लोगों की है. आठ देशों की सूची में वह एकमात्र एशियाई देश है. लेकिन हांग कांग और दक्षिण कोरिया उससे ज्यादा पीछे नहीं हैं. 2050 में ये दोनों देश जापान को पछाड़ सकते हैं.
तस्वीर: Kim Kyung-Hoon/REUTERS
नंबर 2, इटली
सबसे बूढ़े देशों की सूची में यूरोपीय देश ही सबसे ऊपर है. इटली दूसरे नंबर पर है जहां 24.9 फीसदी आबादी 65 को पार कर चुकी है और 2050 में इटली में 65 साल के ऊपर के लोगों की आबादी 37 फीसदी को पार कर जाएगी.
तस्वीर: picture alliance
नंबर 3, फिनलैंड
फिनलैंड भी इटली से ज्यादा पीछे नहीं है. वहां की 23.9 फीसदी आबादी 65 को पार कर चुकी है. 2050 तक स्पेन इस सूची में शामिल हो जाएगा.
तस्वीर: Alessandro Rampazzo/AFP
नंबर 4, प्युअर्तो रिको
कैरेबियाई देश इस सूची में एकमात्र गैर एशियाई और गैर यूरोपीय देश है. वहां 23.8 फीसदी आबादी की उम्र 65 वर्ष से अधिक है.
तस्वीर: Yuki Iwamura/AFP
नंबर 5, पुर्तगाल
पुर्तगाल में 23.7 फीसदी लोग 65 की उम्र पार कर चुके हैं. 2050 तक वहां इन लोगों की आबादी 34.3 फीसदी होगी.
तस्वीर: ZDF
नंबर 6, ग्रीस
ग्रीस की 23.5 फीसदी आबादी 65 वर्ष से अधिक की है और 2050 तक यह 34.5 फीसदी हो जाएगी.
पश्चिमी यूरोप में जर्मनी भी बूढ़ी होती आबादी से जूझ रहा है. वहां 23.2 फीसदी लोगों की उम्र 65 से अधिक है.
तस्वीर: imago images
नंबर 8, क्रोएशिया
क्रोएशिया में 23.1 प्रतिशत आबादी 65 साल से अधिक की हो चुकी है. बूढ़ी होती आबादी एक तरफ लोगों के ज्यादा जीने का प्रतीक है तो दूसरी तरफ यह अर्थव्यवस्था के लिए एक चुनौती भी है.
तस्वीर: Davor Javorovic/PIXSELL/picture alliance
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बाकी 126 देशों और क्षेत्रों के लिए, जिनमें अमेरिका, भारत, इंडोनेशिया, नाइजीरिया और पाकिस्तान शामिल हैं, जनसंख्या 2054 तक बढ़ते रहने की उम्मीद है. रिपोर्ट कहती है कि संभवतया सदी के दूसरे हिस्से में या उसके बाद इन देशों की आबादी अपने चरम पर पहुंच सकती है. भारत इसी साल चीन को पीछे छोड़ दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन चुका है.
अंगोला, सेंट्रल अफ्रीकी रिपब्लिक, कांगो, नाइजीरिया और सोमालिया समेत नौ देश ऐसे हैं जिनके लिए संयुक्त राष्ट्र ने बहुत तेजी से जनसंख्या वृद्धि की भविष्यवाणी की है. इनकी जनसंख्या 2024 और 2054 के बीच दोगुनी हो जाएगी.
75 साल से बढ़ रही है आबादी
पिछले 75 वर्षों में दुनिया की जनसंख्या नाटकीय रूप से बढ़ी है. 1950 में अनुमानित 2.6 अरब से बढ़कर नवंबर 2022 में यह 8 अरब हो गई थी. तब से, यह लगभग 2.5 फीसदी बढ़कर 8.2 अरब हो गई है.
कहां तक बढ़ेगी दुनिया की आबादी, जानिए
07:28
वॉशिंगटन स्थित जनसंख्या संस्थान की अध्यक्ष और सीईओ कैथलीन मोगेलगार्ड ने गुरुवार के नए अनुमानों को "दुनिया भर में बढ़ते जनसांख्यिकीय विभाजन" का संकेत बताया. रिपोर्ट में 100 से अधिक देशों और क्षेत्रों की पहचान की गई है जिनकी जनसंख्या पहले ही चरम पर पहुंच चुकी है या अगले 30 वर्षों में पहुंच जाएगी.
मोगेलगार्ड के मुताबिक यह दिखाता है कि और भी अधिक देश हैं जहां जनसंख्या बढ़ती रहेगी, जिनमें से कई दुनिया के सबसे गरीब देशों में से हैं.