सऊदी गठबंधन का यमनी राजधानी सना पर हमला
१ जनवरी २०२१सऊदी नेतृत्व वाले गठबंधन के लड़ाकू विमानों ने गुरुवार 31 दिसंबर को जवाबी कार्रवाई में राजधानी सना पर कई हवाई हमले किए. सना वर्तमान में ईरानी समर्थित हूथी विद्रोहियों के नियंत्रण में है. चश्मदीदों के मुताबिक गठबंधन सेनाओं ने सना के हवाई अड्डे समेत शहर के आसपास के कई स्थानों को निशाना बनाया.
अल-मसिरा टेलीविजन, जो हूथी विद्रोहियों द्वारा चलाया जाता है, उसका कहना है कि गठबंधन के लड़ाकू विमानों ने सना में कम से कम 15 अलग-अलग ठिकानों को निशाना बनाया है. हमले में कितने लोग मारे गए हैं, इसकी पुष्टि नहीं हो पाई है.
एयरपोर्ट पर हमला
यमन के दक्षिणी शहर अदन में हवाई अड्डे पर हमले के दूसरे दिन सना पर जवाबी कार्रवाई की गई. यमन की नव गठित कैबिनेट के सदस्यों को लेकर आए विमान के उतरने के कुछ देर बाद बुधवार को भीषण धमाका हुआ था, जिसमें कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई थी और दर्जनों घायल हुए थे. इस हमले के कुछ घंटे बाद राष्ट्रपति के महल के पास एक और धमाका हुआ था. हालांकि नई सरकार के सदस्य सुरक्षित तरीके से महल में दाखिल हो गए थे.
हूथी विद्रोहियों की तरफ से गठबंधन के हवाई हमलों पर तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है, उन्होंने हवाई अड्डे पर हमलों की जिम्मेदारी से इनकार किया है. यमन की नई गठबंधन सरकार ने गुरुवार को कहा कि वह युद्धग्रस्त देश में स्थिरता के लिए काम करेगी. विदेश मंत्री अहमद बिन मुबारक ने एएफपी को बताया, "सरकार अपनी जिम्मेदारियों को पूरा करने और यमन में स्थिरता लाने के लिए लिए प्रतिबद्ध है. यह आतंकवादी हमले हमें रोक नहीं सकते."
यमन की नई गठबंधन सरकार
यमन की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता प्राप्त सरकार और दक्षिणी अलगाववादियों ने 18 दिसंबर को एक नए संयुक्त मंत्रिमंडल का गठन किया था. राष्ट्रपति अबेद रब्बो मंसूर हादी और दक्षिणी अलगाववादी सऊदी अरब के नेतृत्व वाले गठबंधन के सहयोगी हैं.
गठबंधन की लड़ाई हूथी विद्रोहियों के साथ चल रही है, हूथी विद्रोहियों ने साल 2014 पर सना पर कब्जा कर लिया था. लेकिन अलगाववादी दक्षिणी ट्रांजिशनल काउंसिल (एसटीसी) ने इस साल अदन में स्वतंत्रता की घोषणा की थी और तब से दक्षिण के क्षेत्र में दोनों गुटों के बीच लड़ाई चल रही है. देश में युद्धविराम की कोशिश इस वजह से और जटिल होती जा रही है.
यमन में सऊदी के नेतृत्व वाले गठबंधन द्वारा किए गए हवाई हमलों में अब तक आम नागरिकों समेत हजारों लोग मारे जा चुके हैं.
एए/एके (रॉयटर्स, एएफपी)