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आतंकवादभारत

कश्मीर में एक और प्रवासी श्रमिक की हत्या

१२ अगस्त २०२२

कश्मीर के राजौरी में सेना के एक अड्डे पर आतंकी हमले के एक ही दिन बाद बांदीपोरा में कुछ आतंकवादियों ने बिहार के एक प्रवासी श्रमिक की हत्या कर दी. कश्मीर में दूसरे राज्यों से आ कर काम करने वालों की हत्याएं बढ़ती जा रही हैं.

कश्मीर
जम्मू में कश्मीरी पंडितों का प्रदर्शनतस्वीर: Channi Anand/AP Photo/picture alliance

पुलिस ने मरने वाले प्रवासी श्रमिक की पहचान मोहम्मद अमरेज के रूप में की है. वो बिहार के मधेपुरा का रहने वाला था. कुछ मीडिया रिपोर्टों में बताया जा रहा है कि उसकी उम्र 19 साल थी और आतंकवादियों ने उसे रात के 12 बजे के आस पास उसके घर के बाहर ही करीब से गोली मारी.

अमरेज के भाई ने पत्रकारों को बताया कि आधी रात को गोलियों की आवाज सुन कर जब उनकी और उनके भाई की नींद खुली तो उन्होंने पाया कि उनका तीसरा भाई अमरेज गायब है. जब वो बाहर गए तब उन्हें घायल अमरेज सीढ़ियों पर पड़ा हुआ मिला.

उसके बाद उन्होंने सेना के किसी अधिकारी को फोन कर घटना के बारे में जानकारी दी. अधिकारी के कहने पर वो अमरेज को अस्पताल ले गए जहां उसका निधन हो गया.

कश्मीर में आतंकवादी कई सालों से प्रवासी श्रमिकों को निशाना बना रहे हैं. केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा लोकसभा में दी गई जानकारी के मुताबिक पिछले पांच सालों में 28 प्रवासी श्रमिक मारे जा चुके हैं. इनमें से सात बिहार के रहने वाले थे.

निशाना बना कर हमले

बीते कुछ महीनों में भी कई प्रवासी श्रमिकों की हत्या की गई है. पिछले हफ्ते ही पुलवामा में बिहार के ही रहने वाले एक और प्रवासी श्रमिक मोहम्मद मुमताज की हत्या आतंकवादियों ने कर दी थी. उस हमले में दो श्रमिक घायल भी हुए थे. वो दोनों भी बिहार से ही थे.

धारा 370 हटने के दो साल बाद कश्मीर

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प्रवासी श्रमिकों पर हमले कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा लोगों पर टार्गेटेड या निशाना बना कर किए गए हमलों का हिस्सा है. बीते कुछ महीनों से घाटी में इस तरह के हमले बढ़ गए हैं. इनमें प्रवासी श्रमिकों, पुलिसकर्मियों, सरकारी अधिकारियों समेत कई लोगों को निशाना बनाया गया है.

एक रिपोर्ट के मुताबिक सिर्फ इस साल इस तरह के हमलों में कम से कम 24 लोग मारे गए हैं. मारे गए लोगों में सात पुलिसकर्मी और आठ नागरिक शामिल हैं, जिनमें से छह कश्मीर के अल्पसंख्यक समुदायों से थे.

इस बीच सेना के अड्डों और सैन्यकर्मियों पर भी हमले जारी हैं. भारतीय सेना ने गुरुवार सुबह राजौरी में एक आतंकी हमले को नाकाम कर दिया और दो आतंकवादियों को मार गिराया, लेकिन हमले में सेना के चार जवानों की मौत हो गई. एक और जवान गोलीबारी में घायल हो गया.

जम्मू के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने एक बयान में कहा, "किसी ने राजौरी के दरहल इलाके के परगल में सेना के कैंप की बाड़ को पार करने की कोशिश की." उन्होंने बताया कि गोलीबारी के बाद दोनों आतंकवादी मारे गए.

सेना के कैंप पर यह हमला स्वतंत्रता दिवस समारोह से पहले हुआ. स्वतंत्रता दिवस को लेकर पहले से ही राज्य में सुरक्षा के इंतजाम कड़े कर दिए गए हैं और राज्य में हाई अलर्ट है.

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