अर्जेंटीना में महिलाएं अपने हकों के लिए लड़ रही हैं. वे चाहती हैं कि जिसका जिस्म हो, वही तय करे कि उसमें एक नई जान पलेगी या नहीं. हमने बात की अर्जेंटीना की एक एक्टिविस्ट से.
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Argentines fight for abortion
03:06
गर्भपात के चलते मरती हैं 47 हजार महिलायें
गर्भपात के चलते मरती हैं 47 हजार महिलायें
विश्व स्वास्थ्य संगठन और न्यूयॉर्क के गुटमेकर इंस्टीट्यूट के अध्ययन मुताबिक दुनिया में हर साल करीब 2.5 करोड़ गर्भपात सुरक्षित स्वास्थ्य प्रणाली से बाहर किये जा रहे हैं जिसके चलते हर साल 47,000 महिलाओं की मौत हो जाती है.
तस्वीर: DW/P. Samanta
असुरक्षित मामले
स्टडी मुताबिक हर साल दुनिया भर में करीब 5.5 करोड़ महिलाएं गर्भपात कराती हैं जिनमें से आधे से आधे मामले असुरक्षित गर्भपात से जुड़े होते हैं.
तस्वीर: DW/P. Samanta
कहां हैं मामले
साइंस पत्रिका द लेंसट में छपी रिसर्च मुताबिक, 97 फीसदी मामले अफ्रीका, एशिया और लैटिन अमेरिका के हैं जहां करीब 2.4 करोड़ महिलायें असुरक्षित गर्भपात से गुजरती हैं.
तस्वीर: Monique Rijkers
होती मौत
विश्व स्वास्थ्य संगठन के डाटा मुताबिक हर साल तकरीबन 47 हजार महिलायें असुरक्षित गर्भपात के चलते मर जाती हैं
तस्वीर: DW/P. Samanta
आर्थिक प्रभाव
स्टडी मुताबिक देश की कानून व्यवस्था और आर्थिक स्थिति का प्रभाव सीधे तौर पर वहां होने वाले गर्भपात मामलों पर नजर आता है. अमीर देशों में गर्भपात अधिक सुरक्षित तरीके से होते हैं.
तस्वीर: imago/CTK Photo
निर्देशों का पालन
विकसित देशों में हर दस में से नौ गर्भपात सुरक्षित होते हैं और इन देशों की गर्भपात प्रक्रिया में विश्व स्वास्थ्य संगठन के दिशानिर्देशों का ध्यान रखा जाता है.
तस्वीर: Fotolia/Andres Rodriguez
असुरक्षित मामले
ऐसे देशों में जहां गर्भपात की अनुमति है वहां तकरीबन 90 फीसदी गर्भपात सुरक्षित हैं. वहीं जिन देशों में इसकी अनुमति नहीं है वहां महज 25 फीसदी गर्भपात ही सुरक्षित हैं.
असुरक्षित गर्भपात के सबसे अधिक मामले अफ्रीका में सामने आते हैं इसके बाद लैटिन अमेरिका का नंबर आता है. अफ्रीका को इस स्टडी में "लीस्ट सेफ" कहा गया है तो लैटिन अमेरिका को "लैस सेफ."