धुर दक्षिणपंथी पार्टी की युवा शाखा को चरमपंथी का दर्जा
२६ अप्रैल २०२३युंगे अल्टरनेटिव के साथ द इंस्टीट्यूट फॉर स्टेट पॉलिसी (आईएफएस) और आइन प्रोत्सेंट (वन परसेंट) एसोसिएशन को भी चरमपंथी माना गया है. बुधवार को फेडरल ऑफिस फोर द प्रोटेक्शन ऑफ द कॉन्स्टीट्यूशन यानी बीएफवी ने इसकी घोषणा की. इन तीनों संगठनों को बीएफवी ने पहले चरमपंथी मामलों में संदिग्ध माना था.
बीएफवी के अध्यक्ष थॉमस हाल्डेनवांग का कहना है, "इसमें कोई संदेह नहीं है कि लोगों के ये संघ गैर संवैधानिक कोशिशों में जुटे हुए हैं." बीएफवी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है, "युंगे अल्टरनेटिव समाज की एक नस्लभेदी धारणा का प्रचार करता है जो जैविकी से जुड़ी परिकल्पना पर आधारित है."
बीएफवी का कहना है कि ये संगठन जर्मनी में लोककंत्र के लिए खतरा हैं. एजेंसी 2019 से ही इनकी गतिविधियों पर नजर रख रही थी.चरमपंथी करार दिए जाने के बाद इन संगठनों के सदस्यों के लिए सार्वजनिक सेवाओं में काम करना और हथियारों के लिए लाइसेंस लेना मुश्किल हो जाएगा.
एएफडी के लिए झटका
राजनीतिक रूप से यह एएफडी के लिए भी एक बड़ा झटका है. 2013 में एएफडी की स्थापना यूरो विरोधी पार्टी के तौर पर हुई थी. तब यूरोजोन में कर्ज संकट चल रहा था. हालांकि इसके बाद एएफडी ने दक्षिणपंथी रुख अपना लिया और जर्मनी की सबसे सफल धुर दक्षिणपंथी पार्टी बन गई. दूसरे विश्वयुद्ध के बाद वह जर्मनी की अकेली धुर दक्षिणपंथी पार्टी है जिसे संसद में प्रवेश के लायक वोट हासिल हुए. इससे पहले दक्षिणपंथ का लबादा ओढ़ने वाली पार्टियां संसद में नहीं घुस पाई थीं. जर्मनी में शरणार्थी संकट के दौर में भी इस पार्टी का समर्थन बढ़ा. हालांकि कई इलाकों में इसे मिला समर्थन बाद के सालों में घटा भी है.
फिलहाल पार्टी का 15-17 फीसदी मतदाताओं पर असर है जो ग्रीन पार्टी और सत्ताधारी एसपीडी से महज कुछ ही प्रतिशत कम है. पार्टी ने रूस पर लगे प्रतिबंधों के बाद जर्मनी में बढ़ी ऊर्जा कीमतों को लेकर आम लोगों के गुस्से को खूब भुनाया है. निराश और हताश बहुत से लोग इन संकटों के लिए सरकार को भी जिम्मेदार समझते हैं. इसी तरह के लोग अल्टरनेटिव फॉर डॉयचलैंड के समर्थक हैं.
एनआर/एके (डीपीए, रॉयटर्स)