बांग्लादेश के एक गांव की महिलाएं कुछ ऐसा कर रही हैं जिससे उनके वीडियो को लाखों बार देखा जा रहा है. उनके यूट्यूब चैनल पर खाना बनाने के वीडियो डाले जाते हैं और वह दुनिया भर में धूम मचा रहे हैं.
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बांग्लादेश की इन महिलाओं ने यूट्यूब की मदद से अपने गांव को दुनिया के नक्शे पर स्थापित कर दिया है. वे यूट्यूब पर पारंपरिक बांग्लादेशी भोजन बनाने के वीडियो पोस्ट करती हैं. 'यूट्यूब चैनल विलेज फूड सीक्रेट्स' के 35 लाख सब्सक्राइबर्स हैं तो वहीं 'विलेज कुकिंग' चैनल के 1.5 करोड़ सब्सक्राइबर्स हैं. इन दोनों चैनलों के वीडियो को अरबों बार देखा जा चुका है. वहीं AroundMeBD के भी चालीस लाख से ज्यादा सब्सक्राइबर्स हैं. इसके चैनल पर महिलाएं मछली, मीट और अन्य भोजन बनाना सिखाती हैं.
ये महिलाएं अपने यूट्यूब चैनल के जरिए पारंपरिक खाना पकाने के जरिए दुनिया को अपनी ग्रामीण संस्कृति और अपने दैनिक जीवन को दिखाती हैं. लेकिन यह सिर्फ भावी पीढ़ी के लिए वीडियो को रिकॉर्ड करने के बारे में नहीं है; ऐसे चैनल अक्सर इन प्लेटफार्मों पर काफी विचार रखते हैं और संबंधित गांव के लिए विभिन्न परियोजनाओं के लिए धन इकट्ठा करने में मदद भी करते हैं.
कभी अलग-थलग पडे़ ये "यूट्यूब विलेज" अब दुनिया भर के दर्शकों के साथ अपनी दैनिक दिनचर्या साझा कर रहे हैं. एक ऐसे ही वीडियो में कुछ महिलाएं पूरे गांव के लिए खाना बना रही हैं, वह भी करीब 400 लोगों के लिए. इस वीडियो में 15 महिलाएं मैकेरल मछली को बंगाली तरीके से बनाकर दिखा रही हैं. वे तरी वाली मछली बनाती हैं और अपने वीडियो में बताती हैं कैसे मैकेरल करी को बनाया जाता है. करी बनने के बाद इसे पूरे गांव के लोगों को परोसा जाता है.
दुनिया का सबसे बड़ा कटलेट
अर्जेंटीना के लोगों का कहना है कि उन्होंने दुनिया का सबसे बड़ा नियोपोलिटैन-मिलानीज कटलेट बनाया है. 926 किलो का यह कटलेट विशालकाय था. देखिए, तस्वीरें...
तस्वीर: Agustin Marcarian/REUTERS
भीमकाय कटलेट
अर्जेंटीना की राजधानी ब्यूनस आयर्स में लोगों ने यह भीमकाय कटलेट बनाया है. उनका दावा है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा मिलानीज कटलेट है.
तस्वीर: Agustin Marcarian/REUTERS
एक टन का कटलेट
इस कटलेट का कुल वजन एक टन से कुछ कम यानी 926 किलोग्राम था. यह चार मीटर लंबा और 3 मीटर चौड़ा था.
तस्वीर: Agustin Marcarian/REUTERS
हमने बनाया रिकॉर्ड
‘ला मिलानीज रिकॉर्ड’ प्रोजेक्ट के मैनेजर क्रिस्टियान इबारलूशिया ने रॉयटर्स को बताया, “हमने दुनिया का सबसे बड़ा नियोपॉलीटैन मिलानीज बनाया है. सर्टिफिकेट बताता है कि यह दुनिया का सबसे बड़ा मिलानीज है.”
तस्वीर: Agustin Marcarian/REUTERS
गिनीज बुक का इंतजार
क्रिस्टियान बताते हैं कि अभी उन्हें गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड से प्रमाण पत्र नहीं मिला है लेकिन उन्होंने स्थानीय स्तर पर प्रमाणित कर लिया है. और हमने सारे रिकॉर्ड जांच लिए हैं, कहीं ऐसा कुछ नहीं बना.
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अर्जेंटीना की खासियत
नियापोलीटैन यूं तो इटली की डिश है लेकिन कहा जाता है कि इसका मिलानीज रूप अर्जेंटीना में तैयार हुआ था. इसे टमाटर के सूप और पिघले हुए चीज के साथ बनाया जाता है.
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मिलानीज दिवस
माना जाता है कि यह अर्जेंटीना की सबसे पसंदीदा डिश है. इसीलिए हर साल 3 मई को मिलानीज दिवस मनाया जाता है.
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यह कुछ दिनों पहले जारी किए गए AroundMeBD यूट्यूब चैनल के ताजा वीडियो में से एक है और जिस पर आप इस तरह के कई और व्लॉग एपिसोड देख सकते हैं. साइबर कैफे के मालिक लिटोन अली खान द्वारा 2016 में बनाया गया चैनल गांव की उन महिला रसोइयों पर रोशनी डालता है, जो कैमरे के सामने विशालकाय मछलियों को काटने के विभिन्न तरीकों का प्रदर्शन करती हैं या दर्शकों को मांस पकाने का तरीका बताती हैं.
ज्यादातर खानों की सामग्री सरल है, जिसमें किफायती खाना पकाने के तरीके शामिल हैं. यह चैनल बांग्लादेश के पश्चिम में रहने वाले इस समुदाय के दैनिक जीवन को बेहद करीब से दिखाता है. AroundMeBD चैनल गांव में 17 महिलाओं समेत लगभग 50 लोगों को रोजगार देता है. टीम के सदस्यों ने कैमरा इस्तेमाल करने, वीडियो एडिटिंग करने और शूटिंग करने के गुर काम के दौरान सीखे हैं.
जैसे-जैसे चैनल की सफलता बढ़ी है, चैनल ने गांव में बच्चों के लिए वीडियो गेम लगाए हैं और टूटे-फूटे घरों को बनवाने का काम किया है. चैनल के लिए काम करने वाले लोगों का यह मेडिकल खर्च भी उठाता है.
एए/वीके (डीपीए)
पहली बार रोबोट ने बनाया बर्गर
यह बर्गर एक रोबोट ने बनाया है. कंपनी का दावा है कि यह पहली बार है जब किसी रोबोट ने ग्राहक की पंसद का बर्गर पकाया. इस्राएल की कंपनियां मशीन से खाना बनाने में काफी आगे निकल चुकी हैं. देखिए...
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जब रोबोट बन जाए शेफ
यह बर्गर बनाया है एक रोबोट ने. शुद्ध शाकाहारी बर्गर को प्लांट-बेस्ड मीट से बनाया गया है, जो सावरोईट नामक कंपनी ने तैयार किया है.
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ऐप से मनचाहा बर्गर
सावरो ईट ने यह बर्गर बेचना शुरू किया है. इसे ऐप से ऑर्डर किया जाता है. लोग बर्गर में फैट, वेजिटेबल और प्रोटीन की मात्रा खुद तय कर सकते हैं.
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प्लांट बेस्ड मीट
प्लांट बेस्ड मीट बनाने के लिए पौधों या अन्य कुदरती स्रोतों से कुछ तत्व लिए जाते हैं और उन के मिश्रण से इसे तैयार किया जाता है. इसे बनाने में टेक्सचर, फैट सोर्स, कलरिंग, फ्लेवर आदि पर खास ध्यान दिया जाता है ताकि स्वाद मांस जैसा ही लगे.
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3D मीट
इस्राएल की एक कंपनी रीडिफाइन ने 3D प्रिंटर से मांस के टुकड़े प्रिंट किए हैं. ये बीफ और लैम्ब जैसे दिखते हैं लेकिन शाकाहारी हैं. यूरोप के कई महंगे रेस्तराओं ने इस मीट को अपने यहां परोसना शुरू कर दिया है. इसे दुनिया का पहला शाकाहारी ‘होल कट्स मीट’ कहा जा रहा है.
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रेस्तरां में शाकाहारी मीट
अब लगभग हर देश में प्लांट बेस्ड मीट पहुंच चुका है. अमेरिकी कंपनी ईट जस्ट भी ऐसे प्रयोग कर चुकी है. पिछले साल सिंगापुर के एक रेस्तरां में पहली बार लैब में बने मांस की डिश को परोसी गई थी. सिंगापुर इस मांस को रेस्तरां में परोसने की इजाजत देने वाला पहला देश था.
तस्वीर: Hollie Adams/Getty Images
रेस्तरां में रोबोट
अब रेस्तराओं में रोबोट का इस्तेमाल बढ़ रहा है. कई यूरोपीय देशों में खाना बनाने वाले रोबोट काम कर रहे हैं. पिछले साल स्पेन की एक कंपनी ने यह पाएला बनाने वाला रोबोट पेश किया था.